एक मां के हारे का सहारा बने खाटू श्याम बाबा! ललिता के ‘लाल’ को 400 Km दूर पुलिस ने खोज निकाला
400 Km दूर पुलिस ने खोज निकाला
खाटूश्यामजी/सीकर:- सीकर में स्थित विश्व प्रसिद्ध खाटूश्याम मंदिर से अपहृत हुए 3 साल के मासूम रक्षम को सीकर जिला पुलिस ने लगभग चार सौ किमी दूर उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले से सुरक्षित बरामद कर लिया है। भोपाल से खाटूश्याम मंदिर के मासिक लक्खी मेले में बाबा श्याम के दर्शन करने आई मां ललिता जाटव और दादी आशा अहिरवार का बच्चा 6 जून को एक रहस्यमय युवक के साथ गायब हो गया था। पांच दिनों की मशक्कत के बाद पुलिस ने बच्चे को मथुरा के स्यारहा गांव से ढूंढ निकाला, लेकिन आरोपी जिसकी पहचान यूपी के मथूरा इलाके के सतीश सिंह नामक युवक के रुप में हुई, अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है। घटना के पांच दिन बाद सीकर पुलिस ने राहत की सांस ली जब उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के स्यारहा गांव से बच्चे को बरामद कर लिया गया।
एक विश्वास और लापरवाही से हुआ बच्चा गायब:-
मामले का खुलासा करते हुए डीआईजी भूवन भूषण यादव ने बताया कि बीती 6 जूनको भोपाल निवासी ललिता जाटव अपनी मां और बेटे रक्षम के साथ खाटूश्याम दर्शन के लिए आई थीं। जयपुर रेलवे स्टेशन पर एक 25-30 साल के युवक ने उनसे संपर्क किया और खुद को वृंदावन का रहने वाला बताया। युवक ने दावा किया कि वह बाबा श्याम को बहुत गहरी आस्था रखता है। हर एकादशी पर मंदिर आता है और उनके साथ ही खाटूश्याम पहुंचा। इस दौरान जब दर्शन का नंबर आया तो मंदिर में भीड़ के बीच बच्चा बीमार हो गया। युवक ने मासूम बच्चे की मां से कहा, दीदी, आप दर्शन कर लो, मैं बच्चे को संभाल लेता हूं। विश्वास में आकर मां ने बच्चा उसे सौंप दिया, लेकिन लौटने पर न तो बच्चा मिला और न ही वह युवक।
सीसीटीवी क्लू से कड़ी से कड़ी जोड़ी:-
सीकर एसपी ने बताया कि पुलिस ने 800 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज चेक किए, जिसमें युवक को बच्चे के साथ खाटूश्याम के सवामणी होटल के पास देखा गया। पता चला कि आरोपी जिसकी पहचान जांच के दौरान सतीश सिंह के रुप में हुई, ने बच्चे को ट्रेन से मथुरा ले जाकर अपने गांव के प्रधान को सौंप दिया और फरार हो गया। गांव प्रधान ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद रक्षम को सुरक्षित बरामद किया गया।
बच्चे की मा बोली:खाटू वाले बाबा की कृपा से बच्चा मिला:-
एसपी ने बताया कि जब पुलिस दल गावं पहुंचे तो अपह्रत हुआ मासूम बच्चा रक्षम को स्वस्थ और सुरक्षित पाया गया। यही नहीं पुलिस की प्रेस कॉन्फ्रेंस में वह मोबाइल से खेलता नजर आया। मां ललिता ने कहा, ‘बाबा श्याम की कृपा और पुलिस की मेहनत से मेरा बच्चा वापस मिला।’ परिवार ने पुलिस का आभार जताया, लेकिन अनजान लोगों पर भरोसा न करने की सीख ली। पुलिस ने भूख-प्यास भुलाकर दिन-रात मेहनत की।