बैतूल:-आंगनवाड़ी हटाओ, शराब दुकान बचाओ नीति पर चल रहा प्रशासन: गोले, शासन के आदेश रद्दी की टोकरी में, शराब दुकान बनी अधिकारियों की निष्क्रियता की पहचान
कलेक्टर बोले देखता हूं, विधायक बोले बात करता हूं – शराब माफिया बोले जो करना है कर लो

बैतूल:- गंज के राजेन्द्र वार्ड में एक शराब दुकान ने शासन-प्रशासन दोनों को नाकारा और मजबूर साबित कर दिया है। शिवसेना के जिला अध्यक्ष विजेंद्र गोले ने प्रेस विज्ञप्ति में इस पूरे मामले पर तीखी प्रतिक्रिया दी है और इसे शराब दुकान बचाओ, आंगनवाड़ी हटाओ अभियान करार दिया है।
1. यह दुकान मुल्लाजी हार्डवेयर के पास संचालित हो रही है और उसके ठीक सामने एक आंगनवाड़ी केंद्र है, जहां रोजाना महिलाएं और छोटे-छोटे बच्चे आते-जाते हैं। दुकान के चारों ओर मंदिर और मस्जिद स्थित हैं, जहां रोजाना सैकड़ों श्रद्धालु पूजा-पाठ और नमाज के लिए पहुंचते हैं। इसके बावजूद इस शराब दुकान को न हटाना सीधे-सीधे शासन के आदेशों की अवहेलना है।
2. मध्यप्रदेश शासन के स्पष्ट निर्देश है कि किसी भी धार्मिक स्थल से 100 मीटर के दायरे में शराब की दुकान नहीं हो सकती, लेकिन इस आदेश की यहां सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। शराब ठेकेदार प्रशासन को ठेंगा दिखाकर दुकान चला रहा है, और जिम्मेदार अधिकारी सिर्फ आश्वासन देकर कर्तव्य की इतिश्री कर रहे हैं।
3. गोले ने बताया कि विधायक से जब सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कलेक्टर साहब से बात करता हूं। और जब कलेक्टर से पूछा गया तो जवाब मिला दिखवाता हूं। सवाल ये है कि क्या शराब माफिया अब प्रशासन से बड़ा हो चुका है, क्या अधिकारी अब शराब ठेकेदार के मातहत काम कर रहे हैं। शिवसेना का कहना है कि राजेन्द्र वार्ड की जनता के साथ वह इस लड़ाई को अंजाम तक ले जाएंगे। गोले ने कहा कि शासन और प्रशासन की चुप्पी यह साबित करती है कि या तो वह मूकदर्शक या फिर किसी दबाव में हैं।