ईडी के दुरुपयोग के खिलाफ जिला कांग्रेस ने किया प्रदर्शन
केंद्र सरकार पर एजेंसियों के दुरुपयोग का लगाया आरोप कांग्रेस नेताओं के खिलाफ ईडी केस को बताया राजनीतिक प्रतिशोध, राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन

बैतूल सतपुड़ा अंचल। जिला कांग्रेस कमेटी ने बुधवार 16 अप्रैल को कांग्रेस नेता श्रीमती सोनिया गांधी, राजीव गांधी एवं अन्य कांग्रेस नेताओं के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई के विरोध में कलेक्ट्रेट के सामने जोरदार प्रदर्शन कर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। जिला कांग्रेस अध्यक्ष हेमन्त वागद्रे के नेतृत्व में सैकड़ो कांग्रेस जनों ने जमकर नारेबाजी कर कार्यवाही वापस लेने की मांग की।
ज्ञापन में कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर विपक्षी नेताओं को बदले की द्वेषपूर्ण भावना से निशाना बनाने और संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की पूर्व अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री राहुल गांधी के खिलाफ नेशनल हेराल्ड प्रकरण में ईडी द्वारा हाल ही में आरोप पत्र दाखिल किया गया है। पूर्व में इसकी जांच हो कर 2016 में यह प्रकरण बंद हो चुका था ।
ज्ञापन में कहा गया कि यह कार्रवाई दुर्भाग्यपूर्ण है, यह केंद्र की भाजपा सरकार की संकीर्ण राजनीतिक मानसिकता को दर्शाती है। गांधी-नेहरू परिवार ने देश के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया है,एवं अपनी करोड़ो रुपयो की सम्पत्ति देश के नाम कर दी लेकिन उन्हें बार-बार अपमानित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
– 2014 से विपक्षी दलों को निशाना बना रही सरकार
जिला अध्यक्ष हेमन्त वागद्रे ने कहा कि वर्ष 2014 से केंद्र की भाजपा सरकार लगातार कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के नेताओं को ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स जैसी सरकारी एजेंसियों के जरिए निशाना बना रही है। यह लोकतंत्र के मूल्यों पर सीधा हमला है और इसकी जितनी निंदा की जाए, वह कम है।
ज्ञापन में राष्ट्रपति से निवेदन किया गया कि वे भारत के संविधान के संरक्षक होने के नाते इस प्रकरण का संज्ञान लें और केंद्र सरकार से स्पष्टीकरण मांगें कि बिना किसी मूल शिकायत के वर्षों पुराने मामले को दोबारा खोलकर विपक्ष के शीर्ष नेताओं को क्यों प्रताड़ित किया जा रहा है।
– निष्पक्ष और स्वतंत्र न्यायिक जांच की मांग
पूर्व केबिनेट मंत्री सुखदेव पांसे ने मांग की है कि राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता की आड़ में लोकतंत्र को कुचलने की साजिश को रोका जाए और संवैधानिक संस्थाओं की गरिमा बनाए रखने के लिए त्वरित हस्तक्षेप किया जाए। साथ ही यह भी मांग की गई कि इन कार्रवाइयों की निष्पक्ष और स्वतंत्र न्यायिक जांच कराई जाए ताकि देश की जनता के बीच एजेंसियों की निष्पक्षता और लोकतंत्र की साख बनी रह सके।
- पूर्व विधायक निलय डागा ने कहा कि यह प्रदर्शन और ज्ञापन प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार प्रदेश भर की कांग्रेस इकाइयों द्वारा सौंपा जा रहा है, जिससे देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद तक जनता और जनप्रतिनिधियों की असहमति दर्ज हो सके। प्रदेश महामंत्री रामू टेकाम ने कहा कि भाजपा अपने गिरते एवं कांग्रेस के बढ़ते जनाधार से घबराकर कांग्रेस नेताओं को परेशान कर जनता का ध्यान भटका रही है। इस अवसर पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष हेमन्त वागद्रे, पूर्व केबिनेट मंत्री सुखदेव पांसे , पूर्व विधायक निलय डागा, आदिवासी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामू टेकाम, प्रदेश सचिव समीर खान ,प्रदेश प्रतिनिधि नवनीत मालवीय, मनोज मालवे , संभागीय प्रवक्ता हेमंत पगारिया नपा अध्यक्ष आमला नितिन गाडरे, सोनू पाल, ब्लॉक अध्यक्ष मोनू बडोनिया, किशोर चौहान, रानू ठाकुर, नेकराम यादव चुन्नीलाल यादव विजय आर्य ,अनुराग मिश्रा, मोनिका नीरपुरे, रमेश काकोडिया, रमेश गायकवाड़, नितिन देशमुख, धीरू शर्मा, नब्बू खान, जैद खान, आबिद खान, शेख असलम, अक्कू पटेल, पिंटिस नागले, जगदीश गोचरे, मनीष देशमुख , नफीस खान, संतोष दीवान, रवि त्रिपाठी, सुनील भलावी, मुन्ना वाडिवा, सरदार दुबे, आरिफ खान, जितेंद्र इवने, रजनीश सोनी, अजीज खान, रामशंकर साबले संगीता डहरिया, वर्षा पवार, नफीस खान, प्रदीप कोकाटे, नरेंद्र वाडिवा, सत्तर खान, राजेश गावंडे, राजा सोनी, सोमेश त्रिवेदी, ऋषि दीक्षित, मोनू वाघ, सरफराज खान, आकाश भाटिया, मिथिलेश राजपूत, रविन्द्र उगड़े, मोहसिन पटेल, प्रतीक देशमुख, मोहित खातरकर, सेंटी वाघमारे, विशाल गलफट, विकास, कमलेश घोटे, संदीप ठाकुर, प्रशांत खन्ना, सलमान खान, मुस्ताक भाई, चंद्रशेखर बडौदे, राहुल परते, आकिब खान, नितिन विश्वास, श्यामलाल खातरकर, सुनील जेधे, अर्जुन वामनकर, प्रवीण तिवारी, बंडू कुंभारे, सोनू उईके, अंशुल मालवीय, रवि घोटे,पंजाब अहके, देवेंद्र लाड़गे, संजय साल्वे, पंकज तुमड़ाम, सोनू राठौर आदि सैकड़ों कांग्रेस जन, पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित थे।