चिचोलीछिंदवाड़ानर्मदापुरमबैतूलमध्य प्रदेश

13 करोड़ के घोटालो को लेकर कांग्रेस डेलीगेशन ने दिग्विजय-जीतू को सौंपा घोटाले का बायोडाटा

👉कांग्रेस नेताओं ने खोली बीजेपी नेताओं की पोल, सौंपे दस्तावेजों के बंडल
👉पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
👉आरोप- जनता का पैसा डकारने वालों को बचा रही सरकार
👉कांग्रेस बोली- अगर अब भी कार्रवाई नहीं हुई तो करेंगे बड़ा आंदोलन 

जित्तू पटवारी ने- 13 करोड़ के गबन घोटाले एवं जमीन घोटाला अमृत सरोवर में 7 करोड़ 53 लाख घोटाला आंगनवाड़ी मरम्मत कार्य में 32 लाख 90000 का घोटाला गबन भ्रष्टाचार लोकायुक्त से जांच एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ग्रामीण एवं विकास मंत्री पहलाद पटेल को पत्र लिखकर निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने को लेकर पत्र लिखा कार्रवाई नहीं होने पर विशाल जन आंदोलन की बात कही

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बैतूल सतपुड़ा अंचल।   जिले की चिचोली और भीमपुर जनपद पंचायतों में स्वच्छ भारत मिशन और मनरेगा योजनाओं में किए गए 13 करोड़ 21 लाख रुपए के कथित घोटाले को लेकर कांग्रेस अब सड़कों से लेकर राजधानी भोपाल तक आक्रामक हो गई है। प्रदेश कांग्रेस प्रतिनिधि मनोज आर्य के नेतृत्व में एक डेलिगेशन ने भोपाल पहुंचकर इस घोटाले से संबंधित दस्तावेज पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी और प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी को सौंपे। इसके बाद दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और पंचायत मंत्री प्रहलाद पटेल को पत्र लिखकर मामले की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) से निष्पक्ष जांच कराने और दोषियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है। वहीं जीतू पटवारी ने भी लोकायुक्त को पत्र भेजकर सख्त कार्रवाई की बात कही है। कांग्रेस का कहना है कि एफआईआर दर्ज होने के बावजूद अभी तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई, जिससे शासन-प्रशासन की भूमिका संदेह के घेरे में है। दस्तावेजों के अनुसार घोटाले की रकम जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के निजी खातों में ट्रांसफर की गई है और इसमें बीजेपी से जुड़े कई लोगों के नाम भी शामिल हैं। कांग्रेस ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द जांच नहीं हुई तो चिचोली में बड़ा आंदोलन किया जाएगा।

मनोज आर्य ने दस्तावेजों के साथ बताया कि यह घोटाला बहुत ही योजनाबद्ध तरीके से किया गया है, जिसमें जनपद पंचायत के अधिकारियों, कर्मचारियों और भाजपा से जुड़े जनप्रतिनिधियों की मिलीभगत सामने आई है। इस पर तत्काल संज्ञान लेते हुए दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और पंचायत मंत्री प्रहलाद पटेल को पत्र भेजकर आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) से जांच कराने और दोषियों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की।

घोटाले में भाजपा नेता शामिल

दिग्विजय सिंह ने पत्र में उल्लेख किया कि इस घोटाले में जिन 12 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, उनमें से अधिकांश भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी हैं। उन्होंने बताया कि ट्रांजेक्शन की पुष्टि संबंधित व्यक्तियों के निजी बैंक खातों से हुई है। लेकिन हैरानी की बात यह है कि जिस आहरण वितरण अधिकारी के डिजिटल सिग्नेचर से रकम निकाली गई, उनका नाम FIR में शामिल नहीं किया गया है, जिससे यह आशंका और मजबूत होती है कि उच्च स्तर पर दोषियों को बचाने की कोशिश की जा रही है।

पूर्व मुख्यमंत्री ने मांग की है कि निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए जिला पंचायत और संबंधित जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को तत्काल वहां से हटाया जाए, ताकि वे जांच को प्रभावित न कर सकें। उन्होंने अमृत सरोवर योजना और भूमाफिया से सांठगांठ जैसे अन्य मामलों की भी स्वतंत्र जांच की मांग की है।  

 कांग्रेस अध्यक्ष ने लोकायुक्त को लिखा पत्र

इस बीच प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भी लोकायुक्त को पत्र भेजकर जांच की मांग की है। उन्होंने अपने बयान में कहा कि यह तो सिर्फ बैतूल जिले की दो जनपद पंचायतों की स्थिति है, पूरे प्रदेश में न जाने कितनी जगहों पर इसी तरह का गबन हो रहा होगा, यह भी जांच का विषय है। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि चिचोली जनपद पंचायत में हुए घोटाले की निष्पक्ष जांच नहीं होती और दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार नहीं किया गया, तो कांग्रेस प्रदेश स्तर पर चिचोली में एक बड़ा आंदोलन करेगी।

डेलिगेशन में मुख्य रूप से मनोज आर्य के साथ अन्य कांग्रेस पदाधिकारी जनपद सलाहकार समिति अध्यक्ष तोप कुमार पटेल, अल्पसंख्यक विधानसभा अध्यक्ष अकरम खान, सेवादल ब्लॉक अध्यक्ष प्रवीण आर्य, प्रज्वल आर्य अमन खान आदि लोग शामिल रहे।

 

 

 

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