बुढ़ा अमरनाथ यात्रा के लिए विहिप, बजरंग दल का जत्था रवाना
यात्रा के प्रमुख कृष्णकांत गावंडे के नेतृत्व में जत्था ने किया प्रस्थान

सतपुड़ा अंचल बैतूल। बाबा बुढ़ा अमरनाथ यात्रा के लिए विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल के कार्यकर्ता सोमवार 5 अगस्त को कारगिल चौक से रवाना हुए। इस धार्मिक यात्रा का नेतृत्व प्रांत गौ रक्षा प्रमुख एवं प्रांत यात्रा प्रमुख कृष्णकांत गावंडे ने किया। इस यात्रा में शामिल कार्यकर्ताओं में कृष्णकांत गावंडे के अलावा राजू ठाकुर बैतूल बाजार, दुर्गेश प्रजापति बडोरा, राजेन्द्र पुंडे बडोरा, पवन गाड़गे बडोरा, रामपाल यादव कोदारोटी, रामकरण यादव कोदारोटी, दीनू पोटे प्रभुढाना, सुदेश साहू कोदारोटी, मदन यादव कोदारोटी, दिनेश साहू कोदारोटी, विनय साहू रतनपुर, अजय पाटिल रतनपुर, रामेश्वर भारती खेड़ली, आयुष टिकमें खेड़ली, लोकेश कोकाटे खेड़ली, सुरेश रावत उमरी, संतोष भूसारे उमरी, मनोज गव्हाड़े मिलानपुर, कन्हैया कोकाटे खेड़ली, विक्रांत वर्मा बैतूल बाजार, सत्येन्द्र वर्मा बैतूल बाजार, रानू तिवारी हरदा गणेश धुर्वे कोदारोटी, कामजी उइके कोदारोटी, अक्षय सोनी कोदारोटी, सुमित सोनी कोदारोटी, किशोर सोनी कोदारोटी, निखिल सोनी कोदारोटी, आनंद सोनी, निलेश पवार शामिल हैं। प्रांत यात्रा प्रमुख कृष्णकांत गावंडे ने बताया यह यात्रा धार्मिक श्रद्धा और शौर्य का प्रतीक है। जिसमें सैकड़ों भक्तजन बाबा बर्फानी के दर्शन करने के लिए निकलते हैं। विहिप और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने अपनी आस्था और समर्पण को प्रदर्शित करते हुए इस यात्रा में भाग लिया।
— यह है बूढ़ा अमरनाथ से जुड़ा इतिहास —
जिला मंत्री राजेश प्रजापति ने बताया 2002 में आतंकवादियों द्वारा पाकिस्तान बॉर्डर पर स्थित बुढा अमरनाथ मंदिर में हमला किया गया था। डरे सहमे भक्त मंदिर का दर्शन करने नहीं जा पा रहे थे तभी विहिप के 2004 मुंबई में हुए एक अधिवेशन के दौरान विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के द्वारा बुढा अमरनाथ यात्रा की शुरुआत की गई। तब से लेकर अब तक देश के कोने-कोने से बजरंग दल के सदस्यों ने यात्रा की शुरुआत की और यह यात्रा निरंतर जारी है। यह यात्रा धार्मिक आस्था के साथ ही विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के शौर्य को प्रकट करती है। बाबा बुढ़ा अमरनाथ के दर्शन करने के लिए दूर-दूर से भक्तजन इस यात्रा में शामिल होते हैं और अपने जीवन को धर्ममय बनाते हैं। उन्होंने कहा विहिप और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने इस यात्रा के माध्यम से आस्था और शौर्य को प्रदर्शित किया है। इस प्रकार की धार्मिक यात्राएं सकारात्मक ऊर्जा और धार्मिक भावना का संचार करती हैं। बाबा बुढ़ा अमरनाथ यात्रा में शामिल होकर सभी कार्यकर्ताओं ने अपनी धार्मिक आस्था को मजबूत किया और हिंदू समाज में एक सकारात्मक संदेश भी दिया।